निरंतर ईश्वर मैं मन लगना ही परम योग हैं |
उसी का चिंतन करो और ध्यान लगायों |
ॐ नमो नरायणायें नमः | ॐ नमः शिवायें | ॐ भर भुवस्य तत्सय वितुर वरेंडियम भर्गो देवस्य धीमहि धियों योना प्रचोदयात | ॐ शांति शांति |
ॐ ईश्वर का वाक्य हैं | यानी ईश्वर शब्द | ईश्वर अनंत परमात्मा हैं |
नमः शिवायें बोलो। ईश्वर ही सत्य हैं | सत्य ही ही
भगवन का ध्यान करो | ईश्वर का चिंतन करो | प्रभु का चिंतन हीं सबसे श्रेस्त हैं | ॐ ॐ नमः शिवायें का जप करते रहो | एहि जीवन का सार हैं || माया से पार जाने का एहि उपायें हैं | की कैसे भी मन भगवन में लग जाएँ |
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